Irfan Solanki के खिलाफ यह मामला राजनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम है। सोलंकी, जो पहले सपा के विधायक थे, उनकी भूमिका कानपुर की राजनीति में महत्वपूर्ण रही है। राजनीतिक रंजिशों के चलते ऐसे मामलों का उठना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस मामले में जज के सामने आयी तथ्य और दस्तावेजों की हेराफेरी ने इसे और भी गंभीर बना दिया है।
