Farrukhabad मामला केवल एक अवैध हिरासत का नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की सड़ांध को उजागर करता है। पुलिस का काम नागरिकों की रक्षा करना है, लेकिन जब वही संस्था न्यायिक प्रक्रिया में बाधा बने, तो लोकतंत्र कमजोर होता है।हाईकोर्ट की सख्ती न केवल न्याय का संकेत है
