Tuesday, August 19, 2025
Homeब्रेकिंगपुरखौती मुक्तांगन के समीप 45 करोड़ की लागत से लगभग 10 एकड़...

पुरखौती मुक्तांगन के समीप 45 करोड़ की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर तैयार हो रहा है संग्रहालय

रायपुर,

छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की ऐतिहासिक योगदान की थीम पर नवा रायपुर अटल नगर में तैयार हो रहे शहीद वीरनारायण सिंह संग्रहालय का तेजी से निर्माण किया जा रहा है। संग्रहालय में 15 गैलरी तैयार किए जा रहे हैं। यहां ब्रिटिश हुकूमत के दौरान हुए जनजाति विद्रोहों की झांकी तैयार की जा रही है।

शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी (स्वतंत्रता संग्राम सेनानी) संग्रहालय पुरखौती मुक्तांगन के समीप 45 करोड़ की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जा रहा है। यह संग्रहालय न केवल छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के स्वतंत्रता काल में दिए गए सर्वोच्च बलिदान को याद दिलाएगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली आदिवासी परंपरा से भी आमजन को रूबरू करवाएगा। यह संग्रहालय सभी वर्ग के लोगों के लिए एक आकर्षण का केन्द्र के रूप में बनकर उभरेगा।  

प्रमुख सचिव श्री बोरा ने कहा कि भगवान बिरसा मुण्डा की जन्मदिवस के अवसर पर माह नवंबर में शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का लोकार्पण किया जाना प्रस्तावित है। अतः कार्य में गुणवत्ता के साथ तेजी लाई जाए। उन्होंने अधिकारियों, इंजीनियर्स, क्यूरेटर एवं निर्माण एजेंसी के अधिकारियों से अब तक के कार्य की प्रगति की जानकारी ली और ंनिर्माण एजेंसी के अधिकारियों से कार्य को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के लिए मैन पावर बढ़ाने के निर्देश भी दिए।

अधिकारियों ने बताया गया कि संग्रहालय में लगने वाली मूर्तियों का निर्माण तेजी से चल रहा है, निर्धारित समयावधि में मूर्ति निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। मूर्तियों की फिनिशिंग का कार्य भी समानांतर रूप से किया जा रहा है। इस अवसर पर आदिवासी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के संचालक श्री पी.एस. एल्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
 
संग्रहाल में दिखेगी जनजाति विद्रोह की झांकी   
प्रथम गैलरी में छत्तीसगढ़ की जनजातीय जीवन शैली को दर्शाया जाएगा, वहीं दूसरी गैलरी में राज्य की जनजातियों पर अंग्रेजों और स्थानीय हुकूमत के अत्याचार, तीसरी गैलरी में हल्बा विद्रोह, चौथी गैलरी में सरगुजा विद्रोह, पांचवी गैलरी में भोपालपट्टनम विद्रोह, छठवीं गैलरी में परलकोट विद्रोह, सातवीं गैलरी में तारापुर विद्रोह, आठवीं गैलरी में लिंगागिरी विद्रोह, नौवीं गैलरी में कोई विद्रोह, के दृश्य होंगे।

इसी प्रकार दसवीं गैलरी में दंतेवाड़ा के मेरिया विद्रोह, ग्यारवीं गैलरी में मुरिया विद्रोह, बारहवीं गैलरी में रानी चौरिस विद्रोह, तेरहवीं गैलरी में बस्तर के भूमकाल विद्रोह, चौदहवीं गैलरी में शहीद वीर नारायण सिंह के सोनाखान विद्रोह एवं पंद्रहवीं गैलरी में झण्डा सत्याग्रह एवं जंगल सत्याग्रह के वीर आदिवासी नायकों के संघर्ष को बखूबी चित्रण किया जा रहा है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments