Thursday, May 8, 2025
Homeमध्य प्रदेशबाबा महाकाल की नगरी में तपस्या से सीधे मिलता है मोक्ष :...

बाबा महाकाल की नगरी में तपस्या से सीधे मिलता है मोक्ष : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

उज्जैन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाकाल महालोक परिसर में रूद्रसागर पर नवनिर्मित सेतु का नामकरण इतिहास में सनातन संस्कृति और उज्जयिनी का परचम विश्व में लहराने वाले महान सम्राट अशोक के नाम पर “सम्राट अशोक सेतु” किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान महाकाल के संरक्षण में होने से अवंतिका नगरी का कभी अंत नहीं हुआ। यहां तपस्या से सीधे मोक्ष प्राप्त होता है। अवंतिका नगरी ने अनादिकाल से भारतवर्ष और सनातन संस्कृति के ध्वज-वाहकों राजा विक्रमादित्य,राजा भृतहरी, राजा अशोक आदि महान सम्राटों को संरक्षण दिया है। उन्होंने कहा कि लोकार्पण अवसर पर आतिशबाजी ने श्रद्धालुओं सहित सभी का मन मोह लिया। आतिशबाजी में भगवान महाकाल का स्वर्ण शिखर, महाकवि कालिदास के काव्यों अनुसार चमक रहा है। नवीन औद्योगिकरण के पश्चात संपूर्ण उज्जैन और प्रदेश भी भविष्य में इसी प्रकार प्रकाशमान होगा।

स्मार्ट सिटी सीईओ संदीप शिवा ने जानकारी दी कि रुद्र सागर के ऊपर निर्मित सेतु 22.5 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित हुआ है। इसकी लंबाई 200 मीटर व चौड़ाई 9 मीटर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशानुरूप श्रद्धालुओं को कम से कम चलकर, भगवान महाकाल के शीघ्र दर्शन हो सके इसके लिए इसका निर्माण किया गया है। सम्राट अशोक सेतु श्रद्धालुओं को मुख्य पार्किंग से सीधा महाकाल लोक तक जाने की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे यात्री अधिक सुगमता से दर्शन कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि सेतु से श्रद्धालु “लाइट एंड साउंड शो” भी देख सकेंगे।

कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रों के पूजन से हुआ। कार्यक्रम में भस्म रमैया भक्त मंडल के डमरू वादकों ने प्रस्तुति देकर भक्तों का मन मोह लिया। लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज, सांसद अनिल फिरोजिया, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, महाराज विनीत गिरी उपस्थित रहे।

 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments