Sunday, August 10, 2025
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बेतवा नदी के संरक्षण और शुद्धिकरण के लिए आईआईटी के विशेषज्ञ बना रहे डीपीआर

भोपाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को सिद्ध करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में 30 मार्च से ‘जल गंगा सवंर्धन अभियान’ प्रारंभ किया गया है। अभियान का समापन गंगा दशहरा, 30 जून को होगा। जन-जन के जीवन से जुड़ा यह महत्वपूर्ण अभियान में नये तालाब बनाये जा रहे हैं, पुराने तालाबों, बावड़ियों और कुँओं का जीर्णोद्धार किया जा रहा है और नदियों को साफ-स्वच्छ किया जा रहा है। अभियान में ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व वाले तालाबों, जल स्रोतों तथा देवालयों में भी जल संरक्षण के कार्य भी किये जा रहे हैं।

विदिशा जिले की जीवनदायिनी बेतवा नदी की दीर्घकालिक सुरक्षा एवं पुर्नजीवन जल गंगा संवर्धन अभियान के उद्धेश्यों की प्राप्ति एवं सतत जल प्रबंधन लक्ष्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा। बेतवा नदी के संरक्षण और शुद्धिकरण के लिए जिला प्रशासन वृहद परियोजना तैयार कर रहा है। परियोजना को मूर्तरूप देने के लिए विशेषज्ञों को क्षेत्र का भ्रमण कराया जा रहा है।

बेतवा नदी के संरक्षण और शुद्धिकरण पर आधारित परियोजना को मूर्तरूप दिया जा रहा है। परियोजना में नदी में मिलने वाले सॉलिड और लिक्विड वेस्ट को नियंत्रित करने और नदी के प्राकृतिक प्रवाह एवं पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करने पर फोकस किया जा रहा है। इससे नदी के क्षरण को रोका जा सकेगा। इसके लिए इन्दौर आईआईटी के विशेषज्ञों की टीम ने बेतवा नदी के घाटों, एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) और नालों का गहन सर्वेक्षण किया। आईआईटी इन्दौर की टीम ने नदी के विभिन्न घाटों, नालों और एसटीपी की वस्तु-स्थिति का आकलन किया और गंदगी के स्त्रोतों की पहचान की। आगामी चरण में टीम नदी के बहाव क्षेत्र का भ्रमण कर एक विस्तृत वैज्ञानिक डीपीआर तैयार करेगी।

 सीहोर में जल संरक्षण जन जागरुकता और बुधनी में तालाब का गहरीकरण एवं साफ-सफाई

जल गंगा संवर्धन अभियान में सीहोर जिले में जन अभियान परिषद ने प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में जल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों तथा नागरिकों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया तथा जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई।

जिले के बुधनी में जन अभियान परिषद के सदस्यों ने मांजरकुई गांव में जल संरक्षण के उद्देश्य से तालाब के गहरीकरण एवं साफ सफाई का कार्य किया गया। इस कार्य में सभी सदस्यों एवं आमजनों ने श्रमदान किया। इस अवसर पर सभी को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई।

शहडाेल के गांवों में श्रमदान से बोरी बंधान खेत तालाबों का हो रहा निर्माण

आओ बचाएं जल, करें सुरक्षित कल और पानी बचाओ कल के लिये, पानी की बर्बादी जीवन की बर्बादी जैसे नारों के साथ शहडोल के गांवो में जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। जन भागीदारी संस्थाओं, जन प्रतिनिधियों, जन अभियान परिषद के सदस्यों, समाजसेवी और ग्रामीणों के सहयोग से जल संग्रहण संरचनाओं के जीर्णोद्धार, नदी नालों की सफाई, बोरी बंधान तालाबों का गहरीकरण औऱ नये खेत तालाब जैसे कार्य निरंतर किये जा रहे हैं। जिले के जनपद पंचायत जयसिंहनगर के कतिरा गांव में पानी की सहजेने के लिए, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, समाजसेवी सहित अन्य लोगों ने बोरी बंधान एवं नदी-नाला सफाई में उत्साहपूर्वक सहभागिता करत् हुए श्रमदान किया। जिले की जनपद पंचायत बुढार के गांव कुम्हारी, कदमहा, गिरवा, मझौली में नए खेत तालाबों का निर्माण किया गया। के कार्य किए गए। जिले के ही पोनांग तालाब में श्रमदान के माध्यम से सफाई की गई।

क्षिप्रा नदी को स्वच्छ और प्रवहमान रखने की शपथ के साथ जल स्रोतों की सफाई के लिए श्रमदान

देवास में ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ जन-जन के सहयोग से जन अभियान बन रहा है। जिले के नूतन हायर सेकेंडरी स्कूल (संकुल) के अंतर्गत आने वाले सभी हाई स्कूल, मिडिल स्कूल एवं प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों ने ग्राम हवनखेड़ी में क्षिप्रा नदी की साफ-सफाई की। इस अवसर पर स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर महेश सोनी ने सभी शिक्षकों को जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल स्रोतों को साफ रखने और रिचार्ज करने प्रति सप्ताह एक घंटा श्रमदान करने की शपथ दिलाई। नदी की साफ-सफाई और गहरीकरण होने से बारिश के दिनों में पानी का संग्रहित होगा तथा वाटर लेवल भी बढ़ेगा, जिससे पेयजल के साथ खेती करने के लिए भी पानी मिल सकेगा। ग्रामीणों ने क्षिप्रा नदी को स्वच्छ बनाए रखने का संकल्प लिया।

 

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