भोपाल
मध्यप्रदेश में मौसम ने फिर एक बार करवट ली है। सूरज की तपिश से परेशान लोगों के लिए मौसम राहत की फुहारें लेकर आया है। मौसम विभाग (IMD) के ताजा अपडेट्स के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने प्रदेश में पूरी तरह से दस्तक दे दी है। आज कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक का दौर देखने को मिलेगा। तो चलिए, जानते हैं आज के मौसम का हाल और मॉनसून की ताजा स्थिति। । सोमवार को बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर के रास्ते मानसून प्रदेश में पहुंचा। अगले 2 दिन में मानसून भोपाल-इंदौर में दस्तक दे सकता है। वहीं, सबसे आखिरी में ग्वालियर-चंबल में पहुंचेगा।
बुरहानपुर से भोपाल तक बारिश की बौछार
मौसम विभाग के मुताबिक, मॉनसून ने 16 जून को बड़वानी, खरगोन और बुरहानपुर जैसे दक्षिणी जिलों में कदम रखा और अब तेजी से प्रदेश के अन्य हिस्सों में फैल रहा है। आज सुबह तक भोपाल, इंदौर, जबलपुर, और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहरों में मॉनसून की पहली फुहारें पहुंच चुकी हैं। मौसम एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगले 24-48 घंटों में नरसिंहपुर, डिंडौरी, और छिंदवाड़ा जैसे इलाकों में भारी बारिश (2.5-4 इंच) की संभावना है।
इससे पहले प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर रहेगा। कहीं-कहीं भारी या अति भारी बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग ने मंगलवार को जिन जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है, उनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, दमोह, मंडला, बालाघाट, सिवनी, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, सीहोर, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, सतना, मैहर, मऊगंज, कटनी, जबलपुर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी और नीमच शामिल हैं। यहां हवा की रफ्तार 40 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो सकती है।
छतरपुर, खंडवा-बड़वानी समेत 14 जिलों में बारिश प्रदेश में सोमवार को 4 जिले- बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर के रास्ते मानसून पहुंचा। इन जिलों में बारिश का दौर चला। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को 9 घंटे में छतरपुर जिले के नौगांव में सबसे ज्यादा सवा इंच पानी गिर गया। रीवा में भी 1 इंच से ज्यादा बारिश हुई। मंडला में आधा इंच बरसात हुई। धार, गुना, रतलाम, सागर, सतना, बालाघाट, खंडवा, बड़वानी, टीकमगढ़, अशोकनगर, हरदा में भी बारिश का दौर चला। भोपाल में शाम को मौसम बदल गया। कुछ जगहों पर बूंदाबांदी भी हुई। देर रात तक कई जिलों में बारिश का दौर रहा।
बारिश के चलते दिन के तापमान में आई गिरावट बारिश के चलते दिन के तापमान में खासी गिरावट हुई है। सोमवार को सिर्फ एक शहर नर्मदापुरम में पारा 40.2 डिग्री दर्ज किया गया। बाकी शहरों में तापमान 40 डिग्री से नीचे ही रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 37.5 डिग्री, इंदौर में 34.6 डिग्री, ग्वालियर में 37 डिग्री, उज्जैन-जबलपुर में 38 डिग्री सेल्सियस रहा। पचमढ़ी में सबसे कम 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अभी यह सिस्टम एक्टिव सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वर्तमान में 2 साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। इस वजह से आंधी-बारिश का दौर जारी है। वहीं, मानसून भी सक्रिय हो गया है।
उमस भरी गर्मी से राहत
पिछले हफ्ते जहां प्रदेश का पारा 47 डिग्री तक पहुंच गया था, वहीं आज तापमान में 3-5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। भोपाल में अधिकतम तापमान 38 डिग्री और न्यूनतम 28 डिग्री रहने का अनुमान है। इंदौर में 36 डिग्री, जबलपुर में 37 डिग्री, और ग्वालियर में 40 डिग्री के आसपास तापमान रहेगा। हालांकि, बारिश के साथ उमस का स्तर बढ़ सकता है।
कहां कैसा रहेगा मौसम?
दक्षिणी मध्यप्रदेश (बुरहानपुर, खंडवा, बड़वानी): मॉनसून की पहली बारिश ने इन इलाकों को तरबतर कर दिया है। आज दोपहर तक मध्यम से भारी बारिश की संभावना।
मध्य क्षेत्र (भोपाल, इंदौर, उज्जैन): हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ मौसम सुहाना रहेगा। शाम को तेज हवाएं (20-30 किमी/घंटा) चल सकती हैं।
उत्तरी मध्यप्रदेश (ग्वालियर, चंबल): अभी भी गर्मी का असर, लेकिन शाम तक हल्की बारिश संभव।
पूर्वी मध्यप्रदेश (जबलपुर, नरसिंहपुर, डिंडौरी): भारी बारिश का अलर्ट। स्थानीय साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है।
मॉनसून का आगे का सफर
आईएमडी के अनुसार, मॉनसून अगले 3-4 दिनों में पूरे मध्यप्रदेश को कवर कर लेगा। जून के अंत तक सामान्य से अधिक बारिश की उम्मीद है, जो गर्मी से जूझ रहे लोगों और किसानों के लिए राहत भरी खबर है। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि ला नीना की सक्रियता के कारण इस साल मॉनसून मजबूत रहेगा।
इस बार एक दिन लेट पहुंचा मानसून इस बार देश में मानसून 8 दिन पहले ही आ गया था। वहीं, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में यह तय समय से पहले पहुंच गया। ऐसे में अनुमान था कि मध्यप्रदेश में यह जून के पहले सप्ताह में ही आ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछले 15 दिन से मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह पर ठहरा रहा। इस वजह से एमपी में इसकी एंट्री नहीं हो पाई। 13-14 जून को मानसून आगे बढ़ा। बावजूद यह प्रदेश में 1 दिन लेट हो गया। बता दें कि एमपी में मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून ही है। पिछले साल यह 21 जून को एंटर हुआ था।
भोपाल में 15 जून तक तेज गर्मी राजधानी में जून महीने में तेज गर्मी और बारिश दोनों का ही ट्रेंड है। पिछले 10 साल में 15 जून से पहले तेज गर्मी का असर रहा। 4 साल तो टेम्प्रेचर 45 डिग्री के पार पहुंच गया। वहीं, रात का टेम्प्रेचर 17.4 डिग्री तक आ गया। साल 2020 में सबसे ज्यादा 16 इंच बारिश हुई थी।
वहीं, पिछले साल 2024 में पूरे महीने 10.9 इंच पानी गिरा था। 10 साल में दूसरी बार इतनी बारिश हुई थी। वहीं, 24 घंटे में करीब 5 इंच पानी बरसा था।