Wednesday, August 13, 2025
HomeराजनीतिIAF चीफ के बयान पर BJP का पलटवार: राहुल गांधी पर झूठ...

IAF चीफ के बयान पर BJP का पलटवार: राहुल गांधी पर झूठ बोलने के आरोप

नई दिल्ली 
ऑपरेशन सिंदूर में राजनैतिक नेतृत्व ने सुरक्षा बलों को खुली छूट दी या नहीं इसका जवाब एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने दिया है। उनके इस बयान के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी लोकसभा नेता विपक्ष राहुल गांधी पर हमलावर हो गई है। संसद में खड़े होकर केंद्र सरकार के ऊपर भारतीय जवानों के ‘हाथ बांधने का आरोप लगाने वाले राहुल गांधी के ऊपर जमकर तंज कसा। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी अपने पद की मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं और भारत की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही विपक्ष लगातार इस बात पर सवाल खड़े कर रहा था कि इसमें राजनीतिक इच्छा सकती नहीं थी। जवानों को पूरी आजादी नहीं दी गई थी। एयर चीफ मार्शल ने इस दावे का खंडन करते हुए शनिवार को कहा कि सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उन पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया था और उन्हें ऑपरेशन के दौरान हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने की “पूरी आज़ादी” थी।

एयर चीफ के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करके राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, “मैं राहुल गांधी जी से अनुरोध करता हूँ कि भारत की संसद की मर्यादा बनाए रखें। आप हर समय झूठ क्यों बोलते रहते हैं? मैंने विपक्ष के कई नेताओं को देखा है जिन्होंने संसदीय मर्यादा बनाए रखी। आपने न केवल अपना कद गिराया है, बल्कि भारत की उच्च प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुँचाई है!”

अमित मालवीय ने भी साधा निशाना
भाजपा की तरफ से राहुल गांधी पर हमला केवल किरेन रिजिजू तक ही नहीं रुका, बल्कि बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कांग्रेस की तुलना पाकिस्तान के साथ कर दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर किए पोस्ट में लिखा, “एयर चीफ मार्शल एपी सिंह द्वारा ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को नष्ट करने की बात को उजागर करने के बाद पाकिस्तानी और कांग्रेसी मीडिया दोनों में सन्नाटा पसरा हुआ है।

समय की पाबंदी लाज़मी है। यह खुलासा ठीक उसके बाद हुआ है जब राहुल गांधी ने संसद में खुद को पूरी तरह से मूर्ख बना लिया था। इस खुलासे के साथ, विपक्ष के नेता की जो थोड़ी-बहुत विश्वसनीयता बची थी, वह भी अब तार-तार हो गई है, अगर शुरू से ही थी। रक्षाबंधन के दिन को चुने जाने का प्रतीकात्मक महत्व किसी से छिपा नहीं है।

 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments