Saturday, June 21, 2025
Homeमध्य प्रदेशमध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों से दिया गया योग का संदेश

मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों से दिया गया योग का संदेश

मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों से दिया गया योग का संदेश

पर्यटन स्थलों पर साधकों ने की सामूहिक योग साधना

मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस “योग संगम का आयोजन

भोपाल

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में पर्यटन विभाग ने प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सामूहिक योग कर योग का संदेश दिया। इन सभी स्थलों पर “योग संगम” का आयोजन किया गया। योग के वैश्विक महत्व को बढ़ावा देने और नागरिकों को स्वस्थ जीवन-शैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित योग संगम में बड़ी संख्या में जन-प्रतिनिधियों, अधिकारियों–कर्मचारियों, स्कूली विद्यार्थियों और नागरिकों ने हिस्सा लेकर योग साधना की।  

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित इस वर्ष की थीम ‘एक पृथ्वी एवं एक स्वास्थ्य के लिये योग’ है, जो योग के समग्र लाभों और वैश्विक कल्याण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हमारा प्रयास है कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से न केवल योग के महत्व को उजागर किया जाए, बल्कि मध्यप्रदेश को एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में भी बढ़ावा दिया जाए।

प्रमुख पर्यटन स्थलों पर हुए सामूहिक योग कार्यक्रम

प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सामूहिक योगाभ्यास के कार्यक्रम हुए। यह कार्यक्रम धार जिले के मांडू, ग्वालियर किला, अशोकनगर के चंदेरी, मुरैना के पड़ावली, अनूपपुर जिले के अमरकंटक, रायसेन जिले के भीमबेटका और सांची, राजधानी भोपाल के केरवा, विंड एंड वेव्स, कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर, उमरिया जिले के बांधवगढ़, छतरपुर जिले के खजुराहो-पश्चिमी मंदिर समूह, निवाड़ी जिले के ओरछा कंचना घाट, जबलपुर के भेड़ाघाट, उज्जैन के महाकाल लोक, इंदौर के राजवाड़ा, खण्डवा जिले के ओंकारेश्वर एकात्म धाम, नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी धूपगढ़ में “योग संगम” के माध्यम से मध्यप्रदेश ने यह संदेश दिया कि योग केवल आत्मिक और शारीरिक संतुलन का माध्यम ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक चेतना और पर्यटन को बढ़ावा देने का भी प्रभावशाली साधन है।

प्रदेश के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों से दिया गया योग का संदेश न केवल नागरिकों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करता है, बल्कि इन स्थलों की वैश्विक पहचान को भी सशक्त करता है। यह आयोजन पर्यटन और योग का सुंदर समागम बनकर उभरा है, जो ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ की थीम को सार्थक करता है और मध्यप्रदेश को एक समग्र एवं जागरूक पर्यटन राज्य के रूप में स्थापित करता है।

 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments