भोपाल। अजाक्स के प्रदेश अध्यक्ष संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज को लेकर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी पर प्रदेश में राजनीतिक और सामाजिक हलचल तेज हो गई है। उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत सत्यदेव कटारे ने बयान को “सामाजिक मर्यादा पर हमला” बताते हुए राज्य सरकार को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “संतोष वर्मा जैसे लोगों को पद पर नहीं, हिरासत में होना चाहिए।”
कटारे ने सरकार से तुरंत FIR दर्ज करने की मांग करते हुए कहा कि यदि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण में भी चुप रहता है, तो इसे सरकार की मिलीभगत माना जाएगा। ब्राह्मण समाज से जुड़े संगठनों ने भी कटारे के बयान का समर्थन करते हुए सड़कों पर उतरने की चेतावनी दे डाली है।
पूर्व घटना और विवाद का कारण
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम/मंच पर अजाक्स के प्रदेश अध्यक्ष संतोष वर्मा ने ब्राह्मण समाज के संदर्भ में कथित रूप से आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणी की थी। सोशल मीडिया पर यह बयान तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद समाज में तीखी प्रतिक्रिया देखी गई।
इससे पहले भी मध्यप्रदेश में विभिन्न वर्गों के बीच इस तरह की टिप्पणियों को लेकर विवाद होते रहे हैं, लेकिन इस बार मामला तेजी से उग्र हो गया क्योंकि बयान को “जातीय जहर फैलाने” की संज्ञा दी जा रही है।
कटारे ने सरकार को दी सख्त चेतावनी
उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत सत्यदेव कटारे ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा—
“यह केवल ब्राह्मण समाज का नहीं, पूरे मध्यप्रदेश की सामाजिक मर्यादा का अपमान है। इस तरह के बयान समाज को बांटने की राजनीति हैं, जिन्हें किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।”
उन्होंने कहा कि तुरंत FIR दर्ज कर कार्रवाई की जाए, अन्यथा ब्राह्मण समाज और विपक्ष मिलकर बड़ा आंदोलन खड़ा करेगा। उन्होंने आगे कहा कि “अगर सरकार और प्रशासन इस खुले उत्पात पर भी चुप रहते हैं, तो यह उनकी मिलीभगत मानी जाएगी।”
ब्राह्मण समाज की चेतावनी — ‘सड़कों पर उतरेंगे’
ब्राह्मण समाज के प्रमुख संगठनों ने भी कटारे की मांग का समर्थन करते हुए साफ कहा है कि यह मामला केवल एक बयान का नहीं, बल्कि “मान–सम्मान, अस्तित्व और आत्मसम्मान” का है।
संगठनों ने कहा कि यदि जल्द ही संतोष वर्मा पर FIR नहीं होती, तो ब्राह्मण समाज प्रदेशभर में आंदोलन करेगा।एक वरिष्ठ समाज प्रतिनिधि ने कहा, “अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती, तो हम सड़कों पर उतरकर ऐसा जनदबाव बनाएंगे कि सत्ता के गलियारों में भी उसकी गूंज सुनाई देगी।”
राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी, सरकार पर सवाल
विपक्ष के बयान के बाद राजनीतिक हलचल भी बढ़ने लगी है। कटारे के अनुसार, संतोष वर्मा जैसे बयान समाज को बांटने वाले हैं और इसका राज्य की शांति और सामाजिक सौहार्द पर बुरा असर पड़ सकता है। विपक्ष ने सरकार पर “ढील और मौन समर्थन” का आरोप लगाते हुए मांग की है कि कानून अपना काम करे और आरोपी पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज हो।
क्या होगी सरकार की प्रतिक्रिया?
अब प्रदेश की राजनीति की नजर सरकार और प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी है।
वहीं, सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर बड़ी बहस छिड़ी है, जिसमें लोग आरोपी पर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
