Sunday, December 21, 2025
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जबलपुर मंडल द्वारा संचालित डब्ल्यू . एस .ई. सी. शाला में वार्षिकोत्सव “ उड़ान “ का भव्य आयोजन

डब्लू .एस .ई .सी .हाई स्कूल में धूमधाम से मनाया गया वार्षिक उत्सव “ उड़ान

जबलपुर ।। पश्चिम मध्य रेल महिला कल्याण संगठन जबलपुर मंडल द्वारा संचालित डब्ल्यू . एस .ई. सी. शाला में वार्षिकोत्सव “ उड़ान “ का भव्य आयोजन किया गया

कार्यक्रम में विकसित भारत के लिए किए गए प्रयासों को अपनी कला के माध्यम से दर्शाया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री कमल कुमार तलरेजा मंडल रेल प्रबंधक पश्चिम मध्य रेल जबलपुर संभाग , श्रीमती पूनम खत्री तलरेजा अध्यक्षा महिला कल्याण संगठन पश्चिम मध्य रेल जबलपुर संभाग , श्री आनंद कुमार अपर मंडल रेल प्रबंधक पश्चिम मध्य रेल जबलपुर संभाग , श्री सुनील टेलर अपर मंडल रेल प्रबंधक पश्चिम मध्य रेल जबलपुर संभाग , डॉ आभारानी आनंद उपाध्यक्षा महिला कल्याण संगठन पश्चिम मध्य रेल जबलपुर संभाग , श्रीमती सुनीता टेलर उपाध्यक्षा पश्चिम मध्य रेल महिला कल्याण संगठन जबलपुर संभाग ,श्रीमती निकिता जयपुरिया सचिव , श्रीमती चंद्रिका गुप्ता ट्रेजरार, श्रीमती मरियम खान स्कूल इंचार्ज, श्रीमती दर्शिता स्कूल इंचार्ज के साथ समिति के अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन कर हुई साथ ही अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ व बैजेस लगाकर किया गया । कार्यक्रम का आगाज सरस्वती वंदना की मनमोहक प्रस्तुति के साथ हुआ , तत्पश्चात किंडरगार्डन के नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा स्कूल चले हम, जूबी जूबी, छोटा बच्चा जान के, कव्वाली आदि के माध्यम से अनेकता में एकता की भावना को दर्शाया गया।

प्राथमिक कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा राजस्थानी नृत्य केसरिया बालम, छत्तीसगढ़ लोक नृत्य जवारा मुसल चटकोली जो छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति को दर्शाता है, 

मंच पर नृतक और गायक द्वारा साथ में प्रस्तुत किया गया। यह नृत्य छत्तीसगढ़ के पारंपरिक उत्सवों जैसे माता पूजन आदि में किया जाता है।

छात्र छात्राओं ने प्रकृति संरक्षण का संदेश देते हुए ऋतुओं के अपने समय पर परिवर्तनों के महत्व को दर्शाया, साथ ही बच्चों को मोबाइल से दूरी बनाने व अपने परिवार के बुजुर्गो के प्रति अपने दायित्व को बहुत ही सराहनीय ढंग से उपस्थित लोगो तक पहुंचाया।

माध्यमिक कक्षा की छात्राओं द्वारा तराना जो कि उत्तर भारतीय शास्त्रीय संगीत का एक रूप है जो मध्यकाल में विकसित हुआ लयबद्ध गति, भावों और फुटवर्क के माध्यम से दर्शकों को मंत्र मुक्त कर गया। तत्पश्चात

स्कूल आर्केस्ट्रा के माध्यम से छात्र छात्राओं द्वारा भारतीय संगीत का बेमिसाल जोड़ जिसमें सुर ताल के साथ गायकी की भावनाएं दर्शकों के दिलों को मंत्रमुग्ध कर गईं। कक्षा दसवीं की छात्राओं द्वारा ढोल की गूंज और रंग-बिरंगे परिधानों में , दर्शकों के मध्य पंजाबी संस्कृति की जीवंत झलक भांगड़ा डांस के माध्यम से दिखाई । आर्मी थीम पर छात्रों द्वारा भारत के सैनिकों की वीरता और साहस को दर्शाया गया। थीम डांस के माध्यम से छात्राओं ने “शिक्षा, कौशल और आत्मनिर्भरता “ से—विकसित भारत की ओर सशक्त कदम बढ़ाने हेतु सभी को प्रेरित किया ।

यह उत्सव छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव था जो एकता और उत्साह से भरा था । अंत में प्राचार्या श्रीमती आशा अवस्थी जी ने छात्रों के सर्वांगीण विकास में ऐसे आयोजनों के महत्व पर जोर देते हुए, उपस्थित सभी अतिथियों का धन्यवाद देते हुए शिक्षकों व कर्मचारियों के अथक प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। यह उत्सव छात्रों और शिक्षकों के बीच के रिश्ते को मजबूत करने और स्कूल के गौरवशाली इतिहास का जश्न मनाने का एक सफल मंच साबित हुआ। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसने सभी के मन में उत्साह और गर्व भर दिया।

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