एक तरफ डॉक्टर निलंबित हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ डॉक्टर दिन रात मानवता की सेवा में लगे हैं डॉक्टर वीरेन्द्र पटेल……
डॉ वीरेन्द्र पटेल का कहना है कि, कभी मरीजों के परिजनों का गुस्सा, कभी संसाधनों का अभाव सहित कई विपरीत परिस्थितियों में डॉक्टर काम करते हैं। इसके बाद भी डॉक्टर्स का पहला लक्ष्य होता है, मरीज की जान बचाना। जिसके लिए वे पूरी निष्ठा से काम करते हैं। मरीज और डॉक्टर के बीच रिश्ते, डॉक्टरों को लेकर समाज की सोच सहित विषयों पर कई डॉक्टरों से चर्चा की गई। जिसमें उन्होंने अपनी बेबाक राय रखी।
डॉक्टर विरेन्द्र पटेल ने कहा कि मरीज और डॉक्टर का रिश्ता विश्वास पर ही टिका होता है। यही विश्वास एक डॉक्टर के लिए बड़ा ईनाम होता है। उन्होंने कहा कि विशेषकर बड़े शहरों में कई चिकित्सक व्यवसायिक दृष्टिकोण अपना रहे हैं। कुछ चिकित्सकों में आ रही अति व्यव सायिकता की वजह से समाज और चिकित्सकों के बीच की दूरी कुछ कम जरूर हुई है। इन सबके बावजूद भी अन्य प्रोफेशन की तुलना में चिकित्सा व्यवसाय में मानवता की सेवा की भावना अभी भी जीवित है।
डॉ. विरेन्द्र पटेल का मानना है कि मरीज पूरे विश्वास के साथ उपचार कराने डॉक्टर के पास आते हैं। डॉक्टर भी प्रयास करते हैं कि वह मरीज और उनके परिजनों के विश्वास में खरा उतरे। मरीजों का यह भरोसा डॉक्टर्स को नई ताकत देती है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर और मरीज के बीच का रिश्ता बेहद नाजुक होता है। इसके बावजूद व विश्वास के मजबूत बंधन में बंधा रहता है। उन्होंने कहा कि भले ही आज के समय में चिकित्सा व्यवसाय का रूप ले रहा है, लेकिन चिकित्सक के लिए सबसे पहले मानवीय सेवा का ही लक्ष्य रहता है।
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