भोपाल, 18 जुलाई 2025।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) भोपाल सर्किल के कर्मचारियों की प्रतिष्ठित मल्टी-स्टेट सहकारी संस्था — एसबीआई (भोपाल सर्किल) कर्मचारी सहकारी साख समिति मर्यादित — की 49वीं वार्षिक साधारण सभा का आयोजन आगामी 20 जुलाई 2025, रविवार को राजधानी भोपाल में किया जा रहा है।
यह वार्षिक आयोजन प्रातः 10:30 बजे होटल शीशम ट्री, आईएसबीटी कमर्शियल स्कीम, चेतक ब्रिज के पास, भोपाल में प्रारंभ होगा। सभा में संस्था के सदस्यों के वित्तीय विकास, सामाजिक प्रगति और संगठनात्मक मजबूती से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी।
वरिष्ठ बैंक अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस बार की साधारण सभा का उद्घाटन भारतीय स्टेट बैंक के उप प्रबंध निदेशक चंद्रशेखर शर्मा द्वारा किया जाएगा। विशिष्ट अतिथि के रूप में महाप्रबंधक नेटवर्क-3 मनोज कुमार एवं उप महाप्रबंधक मनीष मठपाल भी मंच साझा करेंगे।
ट्रेड यूनियन और सहकारी नेतृत्व की एकजुटता
इस आयोजन में एसबीआई की विभिन्न यूनियनों और सहकारी संगठनों से जुड़े कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे, जिनमें प्रमुख रूप से —
संजीव मिश्रा, महासचिव, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अधिकारी संघ
अनिल कुमार श्रीवास्तव, अध्यक्ष, एसबीआई अधिकारी संघ
सुरेश बाबू मीणा, अध्यक्ष, एसबीआई अधिकारी सहकारी साख समिति
प्रवीण मेंघानी, महासचिव, एसबीआई अवार्ड स्टाफ एम्प्लाईज यूनियन एवं सचिव, सहकारी साख समिति
पंकज ठाकुर, अध्यक्ष, एसबीआई अवार्ड स्टाफ यूनियन एवं उपाध्यक्ष समिति
शोभित कुमार वाडेल, उपाध्यक्ष समिति एवं उपमहासचिव, एसबीआई यूनियन भोपाल अंचल
सभा की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष विजय बक्षी करेंगे, जो रायपुर अंचल के उपमहासचिव भी हैं।
मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ से प्रतिनिधियों की भागीदारी
इस महत्वपूर्ण सभा में संस्था के संचालक मंडल, राज्यभर के जिलाप्रत्यायुक्त, स्टेट बैंक के अधिकारीगण, कर्मचारीगण, संस्था के पूर्व पदाधिकारी और अतिथि गण बड़ी संख्या में भाग लेंगे।
वित्तीय रिपोर्ट और भावी योजनाएं होंगी केंद्र में
इस सभा में संस्था की वर्ष 2024-25 की वित्तीय रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, साथ ही सदस्यों के लिए नई ऋण योजनाएं, कल्याणकारी योजनाएं और सामूहिक प्रगति के अन्य कार्यक्रमों पर भी चर्चा कर निर्णय लिए जाएंगे।
पूर्व तैयारी और सदस्यों में उत्साह
संगठन के सचिव प्रवीण मेंघानी ने बताया कि समिति के 49वें वर्ष में प्रवेश का यह अवसर सभी सदस्यों के लिए गौरव और उत्तरदायित्व का प्रतीक है। संस्था ने राज्य के दो बड़े राज्यों — मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ — में हजारों बैंक कर्मचारियों की वित्तीय ज़रूरतों को लगातार सफलतापूर्वक पूरा किया है।