डेंगू बुखार. ( हड्डी तोड़ बुखार ) कारण लक्षण निदान और उपचार एवं बचाव. यह एक वायरल बुखार है. जो संक्रमित मादा एडी ज मच्छर के काटने से होता है..
डेंगू बीमारी के प्रकार..
1. नॉन हेमोरेजिक डेंगू.
2. हेमोरेजिक डेंगू.
3. सेप्टिक शॉक डेंगू.
. लक्षण.
तेज बुखार शरीर में दाने. सर दर्द. मांसपेशियों.जोड़ों में दर्द
गंभीर मामलों में.
गंभीर रक्तस्राव. शॉक यानी सदमा. जो जानलेवा हो सकती है.
आमतौर पर पेरासिटामोल देने से बुखार उतर जाता है.
लेकिन गंभीर मामलों में.
मसूड़े एवं नाक से खून आना. उल्टी पेशाब एवं लैट्रिन में खून आना. त्वचा के नीचे खून बहना. जो स्क्रैच यानी खरोज के रूप में दिखती है. लगातार उल्टी होना एवं पेट दर्द होना. जिससे डिहाइड्रेशन यानी कमजोरी लगना. मानसिक भ्रम सुस्त होना. हाथ पैर ठंडे होना एवं वजन तेजी से कम होना. जिसे बेचैनी और थकान महसूस होना.
डेंगू बीमारी के जांच एवं टेस्ट.
डेंगू ns1 एंटीजन टेस्ट. एंटीबॉडी टेस्ट. आईजीएम एंटीबॉडी टेस्ट आई जी जी.एंटीबॉडी टेस्ट. आरटी पीसीआर टेस्ट.लिवर फंक्शन टेस्ट.रिनल फंक्शन टेस्ट. चेस्ट एक्स-रे. Ecg.2DEcho. डी. Dimer. फाइब्रिनोजेन टेस्ट. FDp. टेस्ट.
डेंगू बुखार के इलाज कैसे किया जाता है.
हाइड्रेट करें. तरल पदार्थ पानी नारियल पानी. इलेक्ट्रोलाइट्स.
भरपूर आराम करें.
दर्द निवारक दवा में. केवल पेरासिटामोल यानी ए स्टामिनोफेन. दर्द और बेचैनी को ठीक कर सकती है.
यह दावा नहीं ले रहे हो तो बंद कर दें.
एस्प्रिन इकोस्प्रिन. इबूप्रोफेन. प्लेटलेट कम होने पर रक्तस्राव की स्थिति और बढ़ सकती है.
गंभीर स्थिति में.
प्लेटलेट ट्रांसफ्यूजन करें.
बुखार मतली उल्टी और दस्त होने पर
तरल पदार्थसंतुलित.हल्का भोजन भरपूर मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट ले.Iv फ्लूड के द्वारा भी. इलाज किया जाता है.
डेंगू बुखार इस तरीके से फैलता है.
स्थान. जहां डेंगू फैलाने वाले मच्छर ज्यादा हो.
अधिक आबादी वाली जगह पर ज्यादा टाइम पररहना.
मच्छरों के संपर्क. सुबह और दोपहर मच्छर ज्यादा सक्रिय रहते हैं.
मच्छर को नियंत्रण का अभाव.
प्रजनन और लार्वा को नष्ट करना चाहिए.
जैसे रुका हुआ पानी गमले में कूलर में. टायर पन नी पत्ती. नाली आदमी साफ सफाई रखना अति आवश्यक है.
इम्यूनिटी सिस्टम कम होने से भी. डेंगू बुखार के प्रति अधिक संवेदनशील होता है.
पिछला डेंगू का हिस्ट्री होना. गंभीर खतरा बढ़ने का चांसेस रहता है.
आ यू सीमा. छोटे बच्चे और बुजुर्गों को ज्यादा खतरा रहता है क्योंकि इनके इम्यूनिटी सिस्टम काफी कम होती है.
डेंगू बुखार की रोकथाम.
खिड़की दरवाजे पर मच्छरदानी का उपयोग करें.
फुल आस्तीन का कपड़ा पहने. पेंट और मुझे पहने.
हरा कलर के कपड़ेसे मच्छर दूर रहते हैं.
जबकि काला कलर के कपड़े से मच्छर आकर्षित होते हैं.
पीक आवर से बचें. सुबह और दोपहर में मच्छर ज्यादा एक्टिव होते हैं.
सामुदायिक प्रयास करें. सफाई अभियान और स्वच्छता अभियान पर विशेष ध्यान रखें.
जागरूक रहें. स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश का पालन करें
डॉ आर आर कुर्रे…….
पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर……..