Muzaffarnagar आयोजन न केवल गोवर्धन पूजा का पर्व था, बल्कि यह एक संजीवनी शक्ति के रूप में हमारी सांस्कृतिक पहचान और आस्था को पुनः जीवित करने का अवसर था। आश्रम के वातावरण में घुली भक्ति और श्रद्धा ने इसे एक अविस्मरणीय आयोजन बना दिया।
Muzaffarnagar आयोजन न केवल गोवर्धन पूजा का पर्व था, बल्कि यह एक संजीवनी शक्ति के रूप में हमारी सांस्कृतिक पहचान और आस्था को पुनः जीवित करने का अवसर था। आश्रम के वातावरण में घुली भक्ति और श्रद्धा ने इसे एक अविस्मरणीय आयोजन बना दिया।