Muzaffarnagar महापंचायत ने यह स्पष्ट किया कि केवल निर्णय लेना ही पर्याप्त नहीं होगा—उन पर टिकाऊ अमल और निगरानी ज़रूरी है। इसके लिए पंचायतों में कार्यसमिति, मासिक रिपोर्टिंग और सामुदायिक बैठकें आयोजित करने का प्रस्ताव रखा गया है। साथ ही स्थानीय स्कूलों, कृषि मंडल और महिला समूहों के साथ साझेदारी बनाकर शिक्षा-आधारित व आर्थिक हस्तक्षेपों को प्राथमिकता दी जाएगी।
