1959 में अपनाई गई बाल अधिकार घोषणा और 1989 में स्वीकृत बाल अधिकारों पर कन्वेंशन की वर्षगांठ के कारण यह दिन विशेष महत्व रखता है।
UNICEF के नेतृत्व में विश्वभर में यह दिवस बच्चों की आवाज़ को मंच प्रदान करता है, ताकि Muzaffarnagar समाज उनके अधिकारों को समझे और उनका सम्मान करे।
