संवाददाता राजा शर्मा
परेशान किसान तो कहीं सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट कर बेबस अन्नदाता
गाडरवारा || मामला नरसिंहपुर जिले की तहसील गाडरवारा के ग्राम कौड़ियां से है, यहाँ पर लगभग पूर्व 5 वर्षों से लगातार परेशान किसान , अनुविभागीय राजस्व अधिकारी और कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं और अपने अधिकार की मांग कर रहे हैं
किसानो की लगभग 50 से 60 एकड़ जमीन पर “ग्राम पंचायत कौड़ियां के निस्तार का पानी भरा हुआ है”, जिससे किसानों का जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। किसान अपने खेतों में फसल की बोनी नहीं कर पा रहे हैं “खेत” तालाब बने हुए हैं।

पीढ़ित किसानों का कहना है :-
वह अपनी समस्या को लेकर वर्ष 2021 से लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं पर 5 साल बीत चुके हैं कोई सुनवाई नहीं हुई। किसानों का आरोप है कि किसान विरोधी सरकार के अधिकारी कर्मचारी कुंभकरण की नींद में सो रहे हैं और गरीब अन्नदाताओं की सुनवाई नहीं कर रहे अधिकारी तो रसूखदार और बड़े लोगों नेताओं की सुनवाई में व्यस्त हैं।
भूख हड़ताल करने मजबूर
गुस्साए किसानों ने आज एक बार फिर अनुविभागीय राजस्व अधिकारी कार्यालय गाडरवारा पहुंच कर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, नरसिंहपुर कलेक्टर, एस डी एम गाडरवारा और थाना प्रभारी गाडरवारा को ज्ञापन और 7 दिनों का अल्टिमेटम दिया है किसानों का कहना है कि 7 दिनों में सुनवाई नहीं होती तो 10 दिसंबर 2025 से किसान अपने परिवार सहित स्टेट हाईवे 22 गाडरवारा करेली मार्ग को प्रभावित कर भूख हड़ताल करने मजबूर होंगे जिसमें किसी भी प्रकार कि समस्त होती है तो संपूर्ण जवाबदारी प्रशासन की होगी

