Muzaffarnagar खतौली का यह उदाहरण दिखाता है कि तकनीक का ढांचा अगर मजबूत न हो, तो डिजिटलाइजेशन जनता के लिए मुसीबत बन जाता है। सरकार ने भले ही “ई-रजिस्ट्री” की सुविधा शुरू की हो, लेकिन बिना तकनीकी स्थिरता के यह परियोजना सिर्फ कागज़ों में डिजिटल इंडिया रह जाती है।
