Taliban अफगानिस्तान (Hibatullah Akhundzada) का यह निर्णय स्पष्ट रूप से पाकिस्तान के लिए एक चुनौती बन सकता है, और यह भविष्य में जल विवादों को और बढ़ा सकता है। हालांकि, तालिबान के इस कदम से अफगानिस्तान में जल और ऊर्जा संकट का समाधान हो सकता है, लेकिन पाकिस्तान को यह कदम स्वीकार करना मुश्किल हो सकता है।
