Bangladesh विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद केवल घरेलू राजनीति नहीं है, बल्कि इसका असर भारत, दक्षिण एशिया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक जा सकता है।
हसीना लंबे समय तक भारत की करीबी मानी जाती रही हैं, इसलिए इंटरपोल और डिपोर्टेशन की मांग से क्षेत्रीय कूटनीतिक समीकरण भी असाधारण रूप से संवेदनशील हो गए हैं।
