अनूपपुर जिले के सबसे अंतिम छोर पर स्थित सुहागपुर एरिया अंतर्गत शारदा खुली खदान में जमकर भ्रष्टाचार मचा हुआ है यहां पर कोयले के खेल में छोटे से लेकर बड़े कर्मचारियों अधिकारियों की मिलीभगत है ! जिससे कॉलरी को चूना लगाकर यहां के कर्मचारी व अधिकारी अपना जेब भरने में मस्त है तो वाहन मालिकों से जबरन प्रति वाहन के हिसाब से वसूली भी की जाती है, ऐसा नहीं कि इसकी शिकायत समय पर प्रबंधन सहित प्रशासन के पास ना होती हो लेकिन प्रबंधन व प्रशासन सभी ने चुप्पी साथ रखी है ! जिसका नतीजा है कि रोड सेल के नाम पर वसूली व कोयले का खेल जारी है । बताया है कि शारदा ओसियम में चल रहे रोड सेल में कांटा में पदस्थ कर्मचारियों एवं रोड से प्रभारी के द्वारा कंपनी के सभी नियमों को तक में रखकर व्यापारियों से साथ मिली भगत कर मोटी रकम लेकर मजदूरों से कोयला छठवांटे हुए उच्च ग्रेड का कोयला भेजने का काम कर रहे हैं जिसका सीधा नुकसान कॉलरी प्रबंधन को हो रहा है वहीं यहां पर सदस्य कर्मचारीअधिकारी मालामाल हो रहे हैं। बताया गया कि यह खेल काफी दिनों से जारी है जिस पर अंकुश लगाना अति आवश्यक है ! जिले में वैसे तो कई कोयले की खदान संचालित है और इन कोयले की खदानों में रोड सेल के माध्यम से कोयले की बिक्री की जाती है लेकिन इस बिक्री के दौरान कॉलरी में पदस्थ कर्मचारी एवं अधिकारी मनमानी पर उतारू है एवं जमकर भ्रष्टाचार को अंजाम भी दे रहे हैं ! जिसका नतीजा यह है कि यहां पर आने वाले वाहन मालिक अपने वाहन को कोयला लोडिंग करने के एवज में नजराने के रूप में कुछ ना कुछ चढ़ौत्री इन कर्मचारियों एवं अधिकारियों को करके ही जाते हैं।-जानकारी के अनुसार खुली खदान आमाडाड से रोड सेल के माध्यम से रोजाना आधा सैकड़ा से अधिक वहां निकल रहे हैं और इन वाहनों से कोयला लोड करने की आवाज में प्रति वहां 3000 से 3500 रुपए की वसूली वाहन मालिकों से की जाती है अगर वाहन मालिकों के द्वारा पैसे नहीं दिए गए तो उनके वाहन लोड होने में काफी दिक्कतें आती हैं! बताया तो यहां तक जाता है कि प्रत्येक वाहन के पैसे में कालरी के कर्मचारी एवं अधिकारियों की हिस्सेदारी भी तय होती है औरइस पैसे से सभी को बंदरबांट होता है !
मजदूरों से कराया जा रहा काम-वैसे तो कालरी सुरक्षा की दृष्टि से देखा जाता है और यहां पर अनधिकृत व्यक्ति का प्रवेश भी वर्जित होता है ! अगर कोई व्यक्ति यहां पर जाता है तो सुरक्षा के सारे मापदंड उसे पालन करते हुए परिसर में प्रवेश करने होंगे लेकिन यहां पर तो स्थानीय मजदूरों को किसी प्रकार से सुरक्षा मुहैया नहीं कराया जाता और उनसे कोयले की छटनी कराई ई जाती है ! बताया गया कि मजदूरों को ठेके पर रखा गया है और सुरक्षा की दृष्टि में किसी प्रकार से उपकरण उपलब्ध नहीं कराए गए हैं ! अगर मजदूरों के साथ किसी प्रकार से कोई घटना घटित होती है तो इसकी जवाब दे ही किसकी होगी अभी तक तय नहीं हो सकी है !
कोवले में मिट्टी और पत्थर का मिश्रण-
सूत्र बताते हैं कि ओसियम में जो कोयले का भंडारण कराया गया है उस कोयले में अधिकतर मिट्टी एवं पत्थर का मिश्रण है यहां पर पत्थर को हटाने के लिए मजदूर रखे गए हैं और कोयला निकालकर उसे वाहनों पर लोड किये जा रहे हैं हालाकि कॉलरी प्रबंधन के कर्मचारी एवं अधिकारी कोयले में ही मिट्टी और पत्थर का मिश्रण कर दे रहे हैं जिससे कॉलरी प्रबंधन को मुनाफा हो और जो कोयले खरीद रहे उसे नुकसान ! हालांकि देखना होगा की ओसियम में मचे भ्रष्टाचार पर कब तक रोक लग पाती है। मिली जानकारी के अनुसार रोड से विभाग में हो रही भरशाही की जानकारी सव एरिया प्रबंधक को भी है लेकिन भरत द्वारा मनमानी की जा रही है सेल्स विभाग एरिया का भी ध्यान नहीं जा रहा है।